खेती से जुड़े कई ऐसे मसले होते हैं, जिन्हें समझने के लिए सवाल उठाना जरूरी होता है और इन्हीं सवालों के जवाब में वे समाधान निकलते हैं, जिनके जरिये किसान अपनी समस्याओं को पीछे छोड़ सफलता की राह पर निकल पड़ता है। इसी सोच के कारण महीने के एक रविवार मंडी डॉट कॉम में पूरा एपिसोड पैनल चर्चा का होता है, जिसमें दो विषय विशेषज्ञ एक कार्यक्रम संचालक के साथ किसी एक विषय पर बारीकी से बातचीत करते हैं।
Mandi.com: पैनल चर्चा - Episode- 319
बाज़ार में जैविक उत्पादों की मांग बढ़ने से किसानों की आय में भी वृद्धि होती है। जैविक खेती किसान के लिए किस तरह से फायदेमंद है, जानने के लिए देखिए विलासपुर, छत्तीसगढ़ के प्रगतिशील किसान संदीप शर्मा से खास बातचीत।
वैल्यू एडिशन से किसानों की आमदनी में वृद्धि कैसे संभव है जानने के लिए देखिए पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ रमनदीप सिंह और पंजाब के प्रगतिशील किसान भूपेंद्र सिंह से खास बातचीत
किसान सहकारिता से किस प्रकार लाभ उठा सकते हैं जानने के लिए देखिए नेशनल काउंसिल ऑफ स्टेट मार्केटिंग एग्रीकल्चर बोर्ड के प्रबंध निदेशक डॉ जगवीर सिंह यादव से खास बातचीत।
FPO बनाकर कैसे किसान बन सकते हैं सफल कारोबारी, जानने के लिए देखिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर मैंनेजमेंट के महानिदेशक डॉ पी चंद्रशेखर से खास बातचीत।
भारतीय कृषि क्षेत्र ने कोविड-19 महामारी के बावजूद 3.4 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ भारतीय अर्थव्यवस्था को ऊपर पहुंचाया है। कृषि में ये मजबूती इत्तेफाक है या फंडामेंटल पर आधारित? जानने के लिए देखिए ICFA के चेयरमैन डॉ. एम जे खान, और वरिष्ठ आर्थिक पत्रकार राजीव रंजन झा के साथ खास बातचीत।
कृषि से जुड़ी एक्सटेंशन सेवा से कितना फायदा मिलता है? जानने के लिए देखिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर मैंनेजमेंट के महानिदेशक डॉ पी चंद्रशेखर से खास बातचीत।
क्या उद्योग की तरह कृषि में इतनी क्षमता है कि वो शहरों का चेहरा बदल सके? कैसे कृषि विपणन के इंफ्रास्ट्रक्चर से बदल सकती है शहर की सूरत बता रहें हैं कृषि विशेषज्ञ श्रीधर नंदम
देश में कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ रहा है। लेकिन इसके साथ ही दुनिया के कई देश भारत के कृषि निर्यात को लेकर घबराए हुए हैं। कृषि निर्यात यानी एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट को लेकर वरिष्ठ आर्थिक पत्रकार राजीव रंजन झा और प्रमोद कुमार झा से खास बातचीत
भारत में FPO का बेहद महत्व है। यह किसान भाइयों के लिए ऐसा उत्पादक संगठन है, जो उनको आर्थिक सहायता के अलावा अन्य कई तरह से मदद करती है। ऐसे में किसान उत्पादक संगठन के विस्तार के बारे में क्या-क्या और विकल्प हो सकते हैं जानते हैं सिनर्जी टेक्नोफिन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर सुनील कुमार से।
किसानों को खेती के वैज्ञानिक तरीकों पर तकनीकी ज्ञान उपलब्ध कराने। उर्वरकों के समुचित उपयोग करने के प्रति किसानों को शिक्षित करने। और कृषि के क्षेत्र में नवीनतम विकास के बारे में किसानों के ज्ञान में वृद्धि करने के अलवा किसानों के लिए कितना जरूरी है कृषि से जुड़ी एक्सटेंशन सेवा? जानने के लिए देखिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर मैंनेजमेंट के महानिदेशक डॉ पी चंद्रशेखर से खास बातचीत।